Tuesday, February 12, 2019

विकास के नाम पर जुमला

"विकास की गाथा"

मैं ऋषियों में आसाराम,
संतो में रामरहीम,
चोरो में माल्या,
अमीरों में अंबानी,
स्थानों में गोधरा,
हिंदुओ में राममंदिर,
मुसलमानों में तीन तलाक़,
UP में गंगा का बेटा,
देवों में रामदेव,
कानूनों में नोटबंदी,
टैक्सों में GST,
मशीनों में EVM,
चैनलों मे Zee News और India TV,
कहने को तो मैं #विकास हूँ,
पर वास्तव में-
मैं ही #पकौडा हूँ ।

कहां है बुलेट ट्रेन ?
कहां है धारा 370 ?
कहां है राम मंदिर ?
कहां है रुपया vs डॉलर ?
कहां है स्मार्ट सिटी ?
कहां है महिला सुरक्षा ?
कहां है रोजगार ?
कहां है स्वच्छ गंगा ?
कहां हैं पन्द्रह लाख ?
कहां हैं काला धन ?
कहां हैं सबका साथ ?
कहां हैं सबका विकास ?
कहां हैं अच्छे दिन ?

     वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। मोदी सरकार GDP और बेरोजगारी व अन्य संस्थाओं के झूठे आंकड़े पेश कर देश की जनता व युवाओं को भ्रमित कर रही है। #भाजपा_सरकार रोजगार सृजन में नाकाम रही है और उसका खामियाजा देश के मानव संसाधन, अर्थव्यवस्था, आंतरिक शांति व्यवस्था पर बुरा असर पड रहा है।

     देश की जनता के लिए वर्तमान में #वास्तविक_मुद्दा-
"शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य व्यवस्था, महिला सुरक्षा, परिवहन व्यवस्था, कानून-व्यवस्था, Evm, भ्रष्टाचार जैसे मुख्य मुद्दे हैं।" लेकिन देश की जनता को #उलझाया गया - "मंदिर-मस्जिद, हिन्दू-मुस्लिम, दलित-सवर्ण, बिहारी-गुजराती, नेहरू-पटेल, हरा-भगवा।"
गाय-गोबर, गौमूत्र, ।

     भारत में जब #दलित, #पिछड़ा या #आदिवासी समानता जैसी सार्वभौमिक सिद्धांत की बात करता है तो उसपर जातिवादी का लेबल चस्पा कर दिया जाता है। लेकिन हम चुप बैठने वाले नहीं हम सभी बहुजन युवाओं का संघर्ष लगातार जारी है। अपने मिशन का एक उद्देश्य #BSP
को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाना है और बहन जी को 2019 में देश का #प्रधानमंत्री बनाना है!

"जागो #बहुजनों जागो"

#जय_भीम #जय_भारत
#जय_समाजवाद #जय_संविधान

✏️
सोमवीर सिंह